ब्लॉग/परिचर्चा

उल्लू

अक्सर हम जब मोबाइल खोलते हैं, तो उसमें स्क्रीन पर अच्छी-अच्छी बातें लिखी होती हैं, पर हम (मैं अपनी बात कर रही हूं) इतनी जल्दी में होते हैं, मानो तूफान मेल छूट रही हो और आगे बढ़ जाते हैं. एक बार ऐसे ही हमारी नजर पड़ गई. उस दिन अभियन्ता दिवस (इंजीनियर्स डे) था. 15 सितंबर का दिन भारत के महान अभियंता और भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्मदिन होता है. स्क्रीन पर महान अभियंता और भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की तस्वीर देखकर उसको क्लिक किया तो पता चला, कि आज इंजीनियर्स डे है. हमने तुरंत इंजीनियर बेटे को इंजीनियर्स डे विश किया. तब से अब तक हम मोबाइल खोलते समय स्क्रीन को क्लिक करना नहीं भूलते.

आज शायद पक्षियों का ही दिन था. आज सुबह-सुबह हमने जब मोबाइल खोला तो स्क्रीन पर एक फ्रेंच बोलने वाले तोते का चित्र आ रहा था. तोता बिलकुल अपने देश भारत के जैसा ही था. भारत के जैसा इसलिए कह रहे हैं, कि अनेक देशों के तोते अलग-अलग तरह के होते हैं. जैसे ऑस्ट्रेलिया के तोते अलग रंगों के होते हैं.

दुबारा जब मोबाइल खोला तो स्क्रीन पर तस्मानिया के एक पक्षी Black Jay की तस्वीर आ रही थी. क्लिक करने पर पता चला, कि Black Jay बहुत अच्छा व्यापारी यानी चतुर है. Black Jay को डिमैंशिया भी होता है.

तीसरी बार मोबाइल खोला तो स्क्रीन पर एक उल्लू की तस्वीर आ रही थी. क्लिक करने पर पता चला, कि सोते समय भी उल्लू अपने बच्चे की सुरक्षा करने में मुस्तैद रहता है.

उल्लू के इस विशेष गुण को जानकर स्वभवतः हमारे मन में विचार आया, कि ‘पता नहीं क्यों उल्लू को मूर्खता का प्रतीक क्यों माना जाता है?’

इसके बाद उल्लू की जो विशेषताएं मिलीं, बेमिसाल थीं.
उल्लू एक ऐसा पक्षी है जिसे दिन की अपेक्षा रात में अधिक स्पष्ट दिखाई देता है. वह अपनी गर्दन पूरी घुमा सकता है. इसके कान बेहद संवेदनशील होते हैं. रात में जब इसका कोई शिकार (जानवर) थोड़ी-सी भी हरकत करता है तो इसे पता चल जाता है और वह उसे दबोच लेता है. इसके पैरों में टेढ़े नाखूनों-वाली चार-चार उंगलियां होती हैं, जिससे इसे शिकार को दबोचने में विशेष सुविधा मिलती है. चूहे इसका विशेष भोजन हैं. उल्लू लगभग संसार के सभी भागों में पाया जाता है. बड़ी आंखें बुद्धिमान व्यक्ति की निशानी होती है, इसी लिए उल्लू को बुद्धिमान माना जाता है. शायद इसलिए उल्लू को मूर्खता का प्रतीक माना जाता है, कि शेष सभी प्राणी दिन में देख सकते हैं, पर उल्लू जैसे रात के पक्षी (Nocturnal Birds) उन सबके विपरीत रात में ही देख सकते हैं.

अभी हाल ही में एक समाचार आया-
150 वर्षों बाद दिखा ये विशाल उल्लू, साइज देखकर दिमाग चक्कर खा जाएगा!


यह अफ्रीका के वर्षा वनों में पाया जाने वाला एक बड़ा सा उल्लू है जिसे ब्रिटेन के एक साइंटिस्ट ने तस्वीरों में कैद किया है। उल्लू की इस प्रजाति को Shelley Eagle कहा जाता है। ये उल्लू उन्हें महज 15 सेकेंड के लिए ही दिखा था। इसकी आंखें पूरी काली थी और इसका साइज काफी बड़ा था।

उल्लू के बारे में एक संस्मरण-
लगभग 40 साल पहले की बात है. एक दिन स्कूल में मेरा कालांश खाली था. उस दिन मुझे छात्राओं की कॉपियां भी चेक नहीं करनी थीं, मैं स्कूल की बगिया में चली गई. मुझे एक पेड़ पर उल्लू दिखा. मैं झट से ड्राइंग रूम में अपनी ड्राइंग टीचर के पास गई और उसे उल्लू देखकर स्कैच बनाने को कहा. वह आई और अच्छी तरह देखकर उसने उल्लू का बहुत बढ़िया स्कैच बनाया. ड्राइंग रूम में कुछ छात्राएं भी थीं, सो थोड़ी देर में ही पूरे स्कूल में यह बात फैल गई और सब उल्लू देखने आने लगे. ऐसा भी सुना गया, कि उल्लू देखना शुभ माना जाता है. इस बारे में पता चला-
”उल्लू को माता लक्ष्मी का वाहन माना गया है। उल्लू को लेकर हमारे समाज में कई तरह की मान्यताएं प्रचलित हैं। उल्लू को अक्सर रात का राजा कहा जाता है और उसे अच्छा या बुरा होने का पूर्वाभास हो जाता है। शकुन शास्त्र के अनुसार, उल्लू का दिखना कई जगह शुभ माना जाता है, तो कई जगह अशुभ माना जाता है। जैसे, अगर आप किसी यात्रा पर जा रहे हैं और रास्ते में उल्लू दिख जाए तो यह धन-प्राप्ति का संकेत होता है। वहीं अगर उल्लू घर आ जाए तो यह हानिकारक माना जाता है, इससे घर की उन्नति रुक जाती है। आइए जानते हैं कि अगर उल्लू इस समय दिख जाए तो यह शुभ संकेत माना जात है और अचानक से खूब पैसा मिलता है-
सफेद उल्लू का दिखना
उल्लू का लगातार देखना
दिन में उल्लू का दिखना
पूर्व दिशा की ओर से उल्लू की आवाज आए या इस दिशा में उल्लू का दिखना
दक्षिण दिशा से उल्लू की आवाज आ जाए या इस दिशा में उल्लू का दिखना
रात में उल्लू का दिखना
उल्लू का रास्ता काटना
सपने में उल्लू का दिखना

इतनी विशेषताओं के चलते भला माता लक्ष्मी का वाहन उल्लू मूर्खता का प्रतीक हो सकता है क्या? आइए आज से यह कहना छोड़ दें, ”तू तो निरा उल्लू है”.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244