आशा को बनाए रखना
मेरे जीवन में आशा को बनाए रखना हे भगवन
भले दुःख हो दया-दर्पण सजाए रखना हे भगवन
ये जीवन है कृपा तेरी, तुझे ही कर देंगे अर्पण
करेंगे याद हम तुझको कृपा ही रखना तू भगवन-
ये जीवन बहती सरिता है, न रुकना चाहिए इसको
यही दर्शन का झरना है, बहाए रखना तू भगवन-
ये मंदिर है वो मस्जिद है, ये नीचा है वो ऊंचा है
भेद की ऐसी भाषा से बचाए रखना तू भगवन-
मंच के सभी साहित्यिक सूरमाओं को नूतन वर्ष की हार्दिक बधाइयां और शुभकामनाएं.