कविता

हम और तुम

तुम और मैं..!
सुरमई शाम संग
झुरमुटों के सानिध्य में,
करते प्रेमालाप,
खोये थे ..
अपनी प्यारी
खूबसूरत प्रेमिल
स्वप्न नगरी में..!
सन्ध्या का
मख़मूरी आँचल,
उस साँझ …
धीरे -धीरे ,लहराते
मादक और
खूबसूरत पलों की
सृष्टि कर रहा था..!
समीप कल -कल सरिता,
मन्द पवन
और हम -तुम..!
मौन रहकर भी,
कह रहे थे
वह सब …!
जो एक प्रेमीयुगल
कहता रहा सदियों से…
एक दूसरे से…!
और चाँद को देखो
कैसे चुपके से..
झुरमुटों से झांकता,
सुन रहा था,
हमारे प्रेमालाप को..!
तभी बहुत खूबसूरत
हो गया चाँद,
सुनता जो रहा सदा,
युगल हृदयों की ,
प्रेमसिक्त,लयबद्ध
धड़कने….!
— रागिनी स्वर्णकार (शर्मा)

रागिनी स्वर्णकार (शर्मा)

1- रचनाकार का पूरा नाम- श्रीमती रागिनी स्वर्णकार (शर्मा) 2- पिता का नाम-श्री पूरन चंद सोनी 3- माता का नाम -श्रीमती पार्वती 4- पति / पत्नी का नाम- श्री अरुण शर्मा 5- वर्तमान/स्थायी पता -डायमंड रेजीडेंसी, a सेक्टर सिलिकॉन सिटी राऊ ,इंदौर ,जिला-इंदौर मध्यप्रदेश 6- फोन नं/वाट्स एप नं. - 9754835741 7- जन्म / जन्म स्थान-बेगमगंज ,जिला- रायसेन जन्मतिथि 01,/05/1970 8- शिक्षा /व्यवसाय- बी.एस-सी.,एम .ए.(हिंदी,इंग्लिश) एम.एड. 9- प्रकाशित रचनाओं की संख्या-- 300 रचनाएँ प्रकाशित 10- प्रकाशित रचनाओं का विवरण । (लगभग 300 रचनाएँ समाचार पत्र ,संचार एक्सप्रेस ,निशात टाईम्स ,रीडर एक्सप्रेस भोपाल, लोकजंग भोपाल,दैनिक भास्कर भोपाल,देशबन्धु भोपाल ,से प्रकाशित हो चुकी हैं ) संकल्प शालेय पत्रिका का 7 वर्ष से सम्पादन