कविता

शहद वाला प्यार

दोपहर को फोन आया
पत्नी पूछी
कैसे हो,मेरे हीरो
दबी आवाज में
जवाब दिया
हो गया हूँ जीरो
पत्नी बोली ,घर आइये
स्कूटी नहीं चलाइये
रोज पिलाऊंगी काढा
टेंशन मत लीजिए
मुझे लगता है आपको
लग गया है जाड़ा
लटका चेहरा, लेकर आया
कुछ ही घण्टों में
पत्नी जी के पास
सेवा की तन-मन से उसने
चेहरा खिल गया
आया मुझको रास
तेल लगाकर, धूप स्नान करवाई
थोडे ही दिन में सर्दी भागी
भाग गया बेचारा बुखार
दवाइयों से ज्यादा असर किया
जैसे सभी का करता है
पत्नी का शहद वाला प्यार।

नेतलाल यादव

उत्क्रमित उच्च विद्यालय शहरपुरा, जमुआ,गिरिडीह, झारखंड, पिन कोड-815312 व्हाट्सएप-8294129071