बाल कविता

अच्छी आदत

चीकू मीकू थे दो भाई ,
खाते चॉकलेट पीज़ा मिठाई।
मम्मी उनको रोज़ बताती ,
तबीयत ख़राब इससे हो जाती।
बात उन्हें ये समझ न आती ,
दिन भर खाते चॉकलेट टॉफ़ी।
करते रहते अपनी मनमानी ,
मम्मी की एक बात न मानी ।
खाते खाते ये हुआ हाल ,
इस आदत से हुए बदहाल।
दर्द हुआ बात समझ में आई,
छोड़ा , चॉकलेट ,पीज़ा, मिठाई।
जो ताज़े सब्ज़ी फल खाएं ,
स्वस्थ जीवन उसका बन जाय।
अच्छी आदत सब अपनाओ,
ज़ोर से मिलकर ताली बजाओ।

— आसिया फ़ारूक़ी

*आसिया फ़ारूक़ी

राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका, प्रधानाध्यापिका, पी एस अस्ती, फतेहपुर उ.प्र