कविता

आया छट पर्व सुहाना

आया छट का पर्व यह सुहाना
करे हम सूर्य देव की उपासना।

सूर्य का ओज और कांति मिले
तनमन स्वस्थ हो आरोग्य मिले।

हमे सूर्य देव की कृपा दृष्टि मिले
सुख सन्तति और सम्पत्ति मीले।

सारी सृष्टि का हम आभार करे
आओ सूर्य देव का सम्मान करें।

आओ प्रकृति का हम मान करे
छिति जल पावक का ध्यान करें।

गगन हवा का चलो गुणगान करे
चलो सूर्य देव को जलअर्पण करें।

यही हमारे देवत्व और पालक हैं
यही हमारे सब कुछ सहायक हैं।

यही हिन्दू सनातन की पहचान है
तभी तो हमारी संस्कृति महान है।

— अशोक पटेल “आशु”

*अशोक पटेल 'आशु'

व्याख्याता-हिंदी मेघा धमतरी (छ ग) M-9827874578