राजनीति

विद्यालयों में मिशन बुनियाद कार्यक्रम 11 मई से चलेगा

आगामी 11 मई,2023 से दिल्ली नगर निगम के सभी विद्यालयों में कक्षा 3 से 5 तक के सभी विद्यार्थियों के लिए मिशन बुनियाद कार्यक्रम 2023 चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य छात्रों के शिक्षा स्तर को ऊंचा उठाकर उस में सुधार एवं वृद्धि करना है।पिछले वर्षों की ही भांति इस वर्ष भी ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान कक्षा 3 से 5 तक के सभी विद्यार्थियों को विद्यालय बुलाया जाएगा एवं पठन-पाठन प्रक्रिया जारी रहेगी। गौरतलब है कि मिशन बुनियाद कार्यक्रम में केवल कक्षा 3 से 5 तक के विद्यार्थियों को ही बुलाया जा रहा है।इस दौरान विद्यार्थियों के विद्यालय आने का समय प्रातः काल 7:30 बजे रहेगा और छुट्टी होने का समय प्रातः 10:30 बजे रहेगा ताकि बच्चों को न तो गर्मी में विद्यालय आना पड़े और न ही गर्मी में विद्यालय से वापिस घर जाना पड़े ,अर्थात सभी विद्यालयों में प्रातः काल के सुहाने वातावरण में ही शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा। माना जाता है कि प्रातः काल में किए गए शैक्षणिक क्रियाकलाप शिक्षा की गुणवत्ता को कई गुना बढ़ा देते हैं।
 दिल्ली नगर निगम की यह एक सराहनीय पहल ही समझी जा सकती है कि 11 मई से 31 मई तक कक्षा 3 से 5 तक के सभी छात्रों को मिशन बुनियाद कार्यक्रम में शामिल किया जा रहा है ।मिशन बुनियाद कार्यक्रम में विद्यार्थियों को उनके शैक्षणिक स्तर के हिसाब से पढ़ाया जाएगा जिसके लिए 15 अप्रैल से ही तैयारियां शुरू की जा चुकी हैं और फिलहाल वर्तमान में भी सभी विद्यालयों में मिशन बुनियाद कार्यक्रम के अनुसार ही शिक्षण अधिगम प्रक्रिया जारी है।
 मिशन बुनियाद का मुख्य उद्देश्य बच्चों की साक्षरता एवम गणना संबंधी नींव को मजबूत करना है ।इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए विद्यार्थियों को मई के माह में भी विद्यालय बुलाया जा रहा है ताकि शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में गैप न आए तथा एक निरंतरता बनी रहे और साथ ही विद्यार्थियों को शिक्षा ग्रहण करने के अधिक से अधिक अवसर मिले ताकि उनके शैक्षणिक स्तर में सुधार आ सके।
 न केवल विद्यालय अपितु निगम के विद्यार्थियों के माता-पिता भी इस विशेष कार्यक्रम को लेकर काफी उत्साहित हैं क्योंकि विद्यार्थियों के अध्यापकों द्वारा समय-समय पर उनके अभिभावकों को मिशन बुनियाद से संबंधित सभी लाभों व उद्देश्यों से अवगत कराया जाता है एवं कार्यक्रम में आयोजित की जाने वाली गतिविधियों को भी विद्यार्थियों के अभिभावकों के साथ साझा किया जाता है।
मिशन बुनियाद कार्यक्रम मई 2023 में विद्यार्थियों को विद्यालय बुलाने के लिए विद्यालय द्वारा उनके अभिभावकों से पूर्व सहमति ली जाएगी,तत्पश्चात ही उन्हें विद्यालय में बुलाया जाएगा। इस बार मिशन बुनियाद कार्यक्रम की खासियत यह भी समझी जा रही है कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत अध्यापकों द्वारा विद्यार्थियों के माता-पिता एवम अभिभावकों को समय समय पर विद्यालय में आमंत्रित किया जाएगा ताकि वे अपने बच्चों के शैक्षणिक स्तर को बहुत करीब से देख सकें,विद्यालय में करवाई जाने वाली गतिविधियों से रूबरू हो सकें और शिक्षकों से अपने बच्चों की शिक्षा के विषय में आवश्यक चर्चा भी कर सकें ।कहने का तात्पर्य यह है कि मिशन बुनियाद कार्यक्रम का केवल एक ही उद्देश्य है कि अभिभावक और विद्यालय दोनों मिलकर विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिए प्रयासरत रहें ।
गौर करने वाली बात है कि किसी भी विद्यार्थी को जबरन विद्यालय में नहीं बुलाया जाएगा। विशेष आवश्यकता वाले छात्रों के लिए निगम ने स्पेशल एजुकेटर अध्यापकों को भी मिशन बुनियाद कार्यक्रम में विशेष रूप से बुलाया है।बच्चे पढ़ने के साथ-साथ पुस्तकालय में जाएं और पढ़ने की आदत को विकसित करें, इसके चलते विद्यालयों में पुस्तकालय इंचार्ज को भी विद्यालय में बुलाया जाएगा ताकि सभी विद्यार्थी पुस्तकालय का पूरा पूरा फायदा उठा सकें। मिशन बुनियाद कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में आए परिवर्तनों को मापने के लिए सभी अध्यापकों को प्रत्येक विद्यार्थी का हर 15 दिन में असेसमेंट(मूल्यांकन) करना होगा और उसी के आधार पर आगे की शिक्षण अधिगम संबंधी रणनीति तैयार करनी होगी। मिशन बुनियाद कार्यक्रम के दौरान सभी विद्यालयों का समय समय पर विभिन्न विभागीय अधिकारियों एवम मेंटोर शिक्षकों द्वारा निरीक्षण भी किया जाएगा।कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षण सहायक सामग्रियों, विडियोज,रोचक एक्टिविटीज के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाएगा और हर संभव कोशिश की जाएगी कि सभी बच्चे एफ एल एन FLN अर्थात फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी के हिसाब से शिक्षित हो सकें।एफ एल एन के उद्देश्यों को प्राप्त करना ही मिशन बुनियाद का मुख्य उद्देश्य है,जिसको अवश्य प्राप्त किया जा सकेगा ।इसके लिए निगम के सभी प्रतिभाशाली एवम उत्कृष्ट अध्यापक जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं और अपने भरसक प्रयासों से प्रत्येक छात्र के लेवल के हिसाब से उसे शिक्षित करने का शिक्षा विभाग एवम ख़ुद से वादा भी कर रहे हैं, और ईमानदार कोशिशें हमेशा कामयाब होती हैं।
— पिंकी सिंघल

पिंकी सिंघल

अध्यापिका शालीमार बाग दिल्ली