गीतिका/ग़ज़ल

विचार करना होगा

मुफ़्त राशन किसको मिले, विचार करना होगा,
क्यों मुफ़्त बिजली और पानी, विचार करना होगा।
मुफ़्त शिक्षा स्वास्थ्य की नीति, नहीं बनी देश में,
निजी अस्पतालों को संरक्षण, विचार करना होगा।
नेता चुने समाज सेवा हित, भ्रष्टाचार में लिप्त देखे,
हज़ारों सुविधा क्यों पैंशन भी, विचार करना होगा।
चुनाव नज़दीक आते, मुफ़्त घोषणाओं का पिटारा,
मुफ़्त के लिए पात्रता क्या हो, विचार करना होगा।
एक था परिवार संयुक्त, जिसमें बेटे बहु बच्चे सभी,
निज लाभ हित टुकड़ों में बंटा, विचार करना होगा।
हैं बहुत सम्पन्न बहुत से, गाड़ी घोड़ा नौकरी सब,
मुफ़्त आवास कैसे मिला, विचार करना होगा।
हो गये संपन्न बहुत, पद प्रतिष्ठा में भी सिरमौर हैं,
कब तक आरक्षण की मलाई, विचार करना होगा।
योग्यता सड़कों पर भटके, नाकारा शीर्ष पर खड़े,
आरक्षण की नीतियों पर, पुनः विचार करना होगा।
प्रतिभाएँ पलायन करेंगी, कुंठाएँ युवाओं में पलेंगीं,
क्यों देश में अनुसंधान शून्य, विचार करना होगा।
नागरिक को समानता अधिकार, संविधान ने दिया,
क़ानून बना कर भेदभाव क्यों, विचार करना होगा।
बनिया ठाकुर पंडित नाई, जाट धोबी लुहार बुलाओ,
उनकी जाति क्यों अपमान बनी, विचार करना होगा।
एक देश समान नागरिक, समानता का अधिकार मिले,
धर्म जाति से क्यों नीति बनती, विचार करना होगा।
ऐसे बहुत प्रश्न सम्मुख, जिनसे भारतवासी जूझ रहे,
कैसे इनसे मुक्ति मिल पायेगी, विचार करना होगा।
— डॉ अनन्त कीर्ति वर्द्धन