हाइकु/सेदोका

हाइकु

नशा है नाश

अपराध अनेक 

खोता विवेक 

मन था रोया  

प्राचीन संपदा की

देख दुर्दशा 

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मिट्टी हरती

रोग, व्याधि, संताप 

स्वस्थ हों आप 

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दुर्घटना से

देर भली, जानते

क्यों न मानते 

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जल की कभी

ना करना बर्बादी  

कहती दादी 

— मनु वाशिष्ठ

मनु वाशिष्ठ

c/o श्री अशोक वाशिष्ठ मंगल भवन ब्लॉक ए फ्लैट नंबर 201 बी बाल मंदिर स्कूल के पास माला रोड कोटा जंक्शन राजस्थान