राजनीति

यूँ हीं नहीं कोई बन जाता नरेन्द्र दामोदर दास मोदी

 बदलते हुए भारत के ही नही अपितु विश्व के सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं नरेन्द्र दामोदर दास मोदी। तभी तो सभी रैकिग में पिछले एक दशक से लगातार सबसे उपर बने हुए हैं। देश ही नही विश्व के 60% लोग चाहते है उन्हें । अपने दृढ़ विश्वास से लवरेज होकर वेदाग दमदार काम का वखान अपने शब्दों में करते हैं । कौन भूल सकता है 2014 से पहले का वह दौर ।जब आये दिन घोटाले गिनवाये जाते थे। भारत में संसाधनो की कमी नहीं  फिर भी बिजली पानी को तरसता था देश!  आज हर तरफ रोशनी है सडक, पानी और सुविधाएँ भी। एक नये युग और विकास की पटरी पर तीव्रगति से बढ़ रहा यह भारतवर्ष  दुनिया का हब बनता जा रहा और अपनी पहचान बना चुका है। यूँ ही नही कोई मोदी बन जाता। जनता के साथ तालमेल और सुख सुविधाओं को घर घर तक पहुँचाना पड़ता है । यही एक विकल्प है जो पुनःएक बार फिर प्रधानमंत्री की कुर्सी तक लेकर आएगी । अपने सुशासन के दम पर उन्होंने  सभी विकल्प को वौने सावित किया है लंबे राजनीतिक अनुभव और कार्यकुशलता पुनः उनकी ओर आकर्षित हो रही है विरोधी खेमा में उनका तोड़ न होना सारे विकल्पों पर भारी है।

उनके पास वो तमाम काम है जो आने वाले चुनावी रैली में गिनवाये जाएंगे ।जबकि विपक्ष के पास वो तमाम घोटालो के पैसे है जो लुटाए जाएंगे। सभी मुद्दों पर सत्तापक्ष भारी दिख रहा है। उन्होने बीते दस वर्षो में उन तमाम मसला को सुलझाया जो राजनीति का केन्द्र था। राममंदिर , धारा 370, 35 ए , तीन तालाक, शौचालय निर्माण आदि जो अत्यधिक झंझट से भरा काम था उसे सुलझाना आसान भी नही था।उनके कार्यकाल ने देश प्रदेश को एक नई दिशा दी है। लोगो का स्वाभिमान बढा है और भारत गौरवान्वित महसूस कर रहा है।तत्परता के साथ विकास के अन्तर्गत चहुंमुखी विकास ने उनकी छवि एक कुशल और विकास पुरूष की जनमानस पटल पर रखने में वे अभी तक सफल रहे हैं। आज तक उनकी बोलने की छवि भी एक सटीक वक्ता के तौर पर रही है। 

पर्यावरण विकास, सामाजिक समरसता,और सभी का विकास करने की उनकी दृढ़संकल्पता  उनकी सार्थक पहल अब जमीं पर दिखने लगा है।जिसमें हिन्दुत्व के साथ सभी के लिए उनका समर्पण प्रमुख है। समय के साथ  योजनाओ को जमीन पर उन्होने बहुत अच्छी तरह से उतारा है।अपने कार्यकाल के दौरान लाॅ एण्ड आर्डर के साथ भष्टाचारियो माफियाओ पर उनकी कार्यशैली अव्वल रही है।जिससे समाज में एक शकून का माहौल बना है। आपराधिक मामलो में ह्रास हुआ है।यह उनकी ही देन है। भारत कृषि उत्पादन के लिए जानी जाती है  किसानो की हालत 2014 के मुकाबले आज समृद्ध होती दिख रही। किसान को उन्होने 8000 सलाना देकर उनके वेस को मजबूत किया है।  ।अभी भी काफी कार्य इस दिशा में करने होगे जिसका जिक्र करना लाजिमी है ।कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था के साथ वृहत बाजार और फसल बीमा के क्षेत्र में काफी सुधार की आवश्यकता है क्योंकि देश में कही बाढ़ तो कहीं सुखाड़ की स्थिति लगातार बनी रहती है।

उद्योग जगत के लिए भी निवेशको के लिए उचित माहौल तैयार करना यहाँ एक चुनौती से भरा रहा है जिसका प्रयास सुशासन के जरिये हो रहा है एक्सप्रेस वे उसकी एक नींव है।सरकार इस दिशा में भी आगे बढ़ रही है रोड पुलिया पुल बडे शहरो मे बडे बडे फ्लाईओवर ब्रीज आज इस बात की गवाही बने है कि सरकार अपनी तय सीमा के अन्तर्गत कार्य कर रही है।साधन सीमित हो और आसमान फटा हो तो एक बार में दूरूस्त होना संभव नही है। इसके लिए लगातार और सभी सरकारो को मिलकर काम करना होगा।देश की  बुनियादी ढ़ाँचा काफी बिगड़ा हुआ था जिसे पटरी पर लाना आसान नही था पर अपने कुशल अनुभव और नेतृत्व की वजह से वे एक पाक साफ छवि के साथ विगत दस वर्षो में लोगो के प्रति  समर्पित होकर सदा उनके कार्यो को करते रहे हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में भी उनके द्वारा साहसिक कार्य किए गये हैं जिससे साक्षरता दर बढी और स्कूलो में उपस्थिति भी।यह चिंता का विषय जरूर रहा है कि आज भी शिक्षा की हालत अच्छी नही मानी जाती।लेकिन सरकार के स्तर पर प्रयास किए गये हैं जब आप परीक्षा देते है तो एक बार में सफल हो जाये ये जरूरी नही इसलिए बार बार देते है सरकार भी प्रयास करती रही है देखना होगा कब तक सफलता हाथ लगती है। उनके द्वारा समय समय पर कई योजनाओ को लांच किया गया  मेक इन इंडिया,स्टाट अप इंडिया उज्ज्वला योजना,कौशल विकास योजना  मुद्रा लोन योजना शौचालय निर्माण  जनधन योजना आदि ।यह सब मिलकर देश के लिए  मील का पत्थर साबित हुआ है। यही कारण है आज हमारा भारत चांद पर है ।

दस साल पहले जब गांव की गलियो में कभी सैर करने का मन होता था तो मन मसोस कर रूक जाना होता था क्योंकि रास्तो पर मैला हुआ करता था लेकिन आज ऐसा नही है हर जगह सफाई है।शाम होते ही उन रास्तो पर जाना मना हो जाता था क्योकि वहा महिलाए शौच के लिए जाती थी कितनी विकट स्थिति थी। इसी तरह के कार्यो को लेकर आज विश्व पटल पर एक ही नाम छाया हुआ है वो है देश के कर्मवीर हमारे आपके प्रधानमंत्री आज पाकिस्तान भी भारत के पैर के धूल की बराबरी नही कर रहा क्योकि मोदी जी से आंख मिलाने की क्षमता उसमें नही रही।यही तो भारत है असली भारत  जो घोटाले नही करता घोटाला करने वालो को नही छोडता।

देश की फिजाओं में चुनावी विगुल बज चुका है आने वाले दिनो में सभी पार्टीयां  रैली में अपनी अपनी जगह तालाश रहे होगे। प्रदेश के मैदाने शायद इन दिनों  व्यस्त हैं  जहाँ  सभी  अपने अपने तर्क दें रहे हैं लेकिन एक छवि जो अपनी पहचान छोड जाते  वह जन मानस को आने वाले समय में तय करने का अवसर जरूर देते रहेंगे कि देश का सिंहासन किसे सौंपा जाय । तर्क विर्तक के इस सभा में उन तमाम पहलुओ पर मतदाता अपने आप को कहाँ और किसके साथ खड़ा करते है यह आने वाला वक्त तय करेगा लेकिन जहाँ साफ छवि की बात होगी सुशासन की बात होगी  वहां नरेंद्र दामोदर दास मोदी सबसे पहले आएँगे।

— आशुतोष

आशुतोष झा

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