कविता

यहाँ भी रावण वहां भी रावण !!

आतंकी रावण , घुसपैठी रावण
अन्दर भी रावण, बाहर भी रावण
गाली भी देता, गोली भी देता रावण
सेना में भी रावण, राजनीति में भी रावण
सीजफायर में माहिर है रावण
सर्जिकल स्ट्राईकर भी है अपना रावण
बयानबाजी भी करता है रावण
गोले भी दागता है रावण
कभी सरबजीत तो कभी इदरीस है रावण
राम राम भी कहता है रावण
अल्ला अल्ला भी चिल्लाता है रावण
नेहरू के अन्दर भी था रावण
जिन्ना को भी भाया रावण
लोकतंत्र बापू का सहारा है रावण
कश्मीर को भी प्यारा है रावण
मेरी हार में भी है रावण
तेरी जीत भी है रावण
यहाँ भी रावण, वहां भी रावण

— के एम् भाई

के.एम. भाई

सामाजिक कार्यकर्त्ता सामाजिक मुद्दों पर व्यंग्यात्मक लेखन कई शीर्ष पत्रिकाओं में रचनाये प्रकाशित ( शुक्रवार, लमही, स्वतंत्र समाचार, दस्तक, न्यायिक आदि }| कानपुर, उत्तर प्रदेश सं. - 8756011826