गीतिका/ग़ज़ल

तुम्हीं रखो

सब क्रोध और सारा संताप तुम्हीं रखो 

अपने हिस्से का सारा ताप तुम्हीं रखो

हम अपने कर्म प्रभु चरणों में धर देंगे 

और अपने सारे पुण्य-पाप तुम्हीं रखो

प्रायश्चित सारे हमने माथे ओढ़े 

मलिन जगत बिन पश्चाताप तुम्हीं रखो

हम मौन के संवादों की शक्ति देखेंगे 

भूल सकल तप वार्तालाप तुम्हीं रखो

नाम जाप की शीतलता हमने रखी 

अपने ये माया उत्ताप तुम्हीं रखो

भगवदाश्रित हैं “गीत” सभी मेरे हिय के 

नाना प्रमाद के मनस्ताप तुम्हीं रखो

— प्रियंका अग्निहोत्री “गीत”

प्रियंका अग्निहोत्री 'गीत'

पुत्री श्रीमती पुष्पा अवस्थी