कविता

सफलता

सफलता भी एक चुनौती है

इसकी कोई सीमा नहीं होती है

समुद्र में जितनी गहराई होती है

उतनी ही अंदर तक गहरी होती है

सपनें हम जो भी देखते है

वो पूरा करने की चाहत होती है

कोशिश करने पर मंजिल हासिल होती है

जहाँ राह वही मंजिल मिलती है

बिना परिश्रम के कुछ नहीं मिलता है

जीवन में इसकी बहुत जरूरत होती है

 राह पर अनेक परेशानी आती है

चलने वाले को चलते चले जाते है[….]

— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश