जिंदगी के इम्तिहान
जिंदगी अब भी तेरे इम्तिहान बाकी है क्या ?
*टूटे सपनो के साथ कैसे जीता है जीवन कोई,*
मुझे देखने के बाद और कुछ देखना बाकी है क्या?
जिंदगी अब भी तेरे इम्तिहान बाकी है क्या ?
*टूटे पंखों के साथ आकाश से गिरे पंछी सा हाल,*
मुझे देखने के बाद और कुछ देखना बाकी है क्या?
जिंदगी अब भी तेरे इम्तिहान बाकी है क्या ?
*बीच समंदर में जैसे प्यासा रह जाता है कोई,*
मुझे देखने के बाद और कुछ देखना बाकी है क्या?
जिंदगी अब भी तेरे इम्तिहान बाकी है क्या ?
*देखा है,बहते झरने को हो कभी रुकने का डर,*
मुझे देखने के बाद और कुछ देखना बाकी है क्या?