कविता – गीता
कसमें खाई जाती है
हाथ में लेकर गीता ।
सत्य अब तक इसके
विश्वास से ही जीता ॥
सफल जीवन जीने का
रहस्य इसमें है छीपा ।
सत्य मार्ग पर चलने का
सुखद संदेश देती गीता ॥
मन के विकारों का आईना
सार्थक विचारों की महिमा ।
कृष्ण-अर्जुन के संवाद का
अनमोल खजाना है गीता ॥
इसके पाठ से खुश होते पितृ
होता आत्मा का शुद्धिकरण ।
सर्वे भवन्तु सुखिन निरमया जगे
का साकार उपदेश देती है गीता ॥
— गोपाल कौशल ” भोजवाल “