कविता

कविता – गीता

कसमें   खाई  जाती  है
हाथ   में   लेकर  गीता ।
सत्य  अब  तक  इसके
विश्वास  से  ही   जीता ॥
सफल जीवन जीने का
रहस्य  इसमें  है  छीपा ।
सत्य मार्ग पर चलने का
सुखद संदेश  देती गीता ॥
मन के विकारों का आईना
सार्थक विचारों की महिमा ।
कृष्ण-अर्जुन के संवाद का
अनमोल  खजाना है गीता ॥
इसके पाठ से खुश होते पितृ
होता आत्मा का शुद्धिकरण ।
सर्वे भवन्तु सुखिन निरमया जगे
का साकार उपदेश देती है गीता ॥
— गोपाल कौशल ” भोजवाल “

गोपाल कौशल "भोजवाल"

नागदा जिला धार मध्यप्रदेश 99814-67300