लघुकथा – मंहगाई
आज फिर बढ़ गये गैस के दाम अब आजका खाना कैसे बनेगा। लकड़ी की व्यवस्था तो हो जाएंगी।पर उसके धुएं से मेरा
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Read Moreभोले से मन से बहुत से सवाल आते हैं ,उस बच्चे ने भी बड़े प्यार पूछ लिया , “हमें किस
Read Moreशंकर होना आसान नहीं है क्योंकि मिलते हैं पीनो को जहर का प्याला। शंकर होता है सचमुच हिम्मत वाला जीवन
Read Moreक्या सचमुच बसंत है जिसमें नहीं दिखते हैं पेड़ जिनमें था कुछ पंक्षियो का घरौंदा। जिसमें रहते थे कुछ बच्चे
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