कविता
काश ! असलियत को कभी तुमने जाना होता। गुस्से में छुपे प्यार को भी तुमने पहचाना होता। मां बाप इस
Read Moreआज नीता की आँखों में खुशी के आंसु थे। बरसों पहले ज़िंदगी ने नीता को आंसुओं का कभी खत्म न
Read Moreभाग दौड़ बस,कहीं नहीं दिखता कोई ठहराव! जाने किस लिए है इतनी भाग दौड़। क्या पहले समय में इन्सान ज़िंदगी
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