गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

ज़िन्दगी में तूफानों का सामना करना होगा।
न बहके फिर कदम अपने हमको संभलना होगा।

कहीं मिल जाए कायनात सारी कहीं कुछ भी नहीं;
अपनी मेहनत से पर किस्मत को बदलना होगा।

मिल जाती है यूं तो राहें बहुत मंज़िल के लिए;
सही राह को सोच से अपनी हमें चुनना होगा।

आज ना जानता हमें हो शायद कोई जहां में;
हौंसलों से अपने नभ तक हमें पहुंचना होगा।

बड़ती पल पल “कामनी” ख्वाहिशें औ उम्मीदे यूं;
हर कसौटी पे खरा हमको मगर उतरना होगा।
कामनी गुप्ता***
जम्मू !

कामनी गुप्ता

माता जी का नाम - स्व.रानी गुप्ता पिता जी का नाम - श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता जन्म स्थान - जम्मू पढ़ाई - M.sc. in mathematics अभी तक भाषा सहोदरी सोपान -2 का साँझा संग्रह से लेखन की शुरूआत की है |अभी और अच्छा कर पाऊँ इसके लिए प्रयासरत रहूंगी |