काव्य-विधा मुक्तक की मुक्तता
आप लोग हमारे साथ हाइकु, क्षणिका, गीत, बाल गीत, कविता आदि के सफर में साथ चले हैं, आज मुक्तक की
Read Moreआप लोग हमारे साथ हाइकु, क्षणिका, गीत, बाल गीत, कविता आदि के सफर में साथ चले हैं, आज मुक्तक की
Read Moreआज सदाबहार काव्यालय की संगोष्ठी में बहुत चहल-पहल थी. काव्य-रचनाओं की यह संगोष्ठी सदाबहार काव्यालय- 2 के समापन के अवसर
Read Moreमुट्ठी बांधे जग में आए थे हम, मोबाइल लेकर घूमते हैं, मुट्ठी में है जमाना सोचकर, तंज़ करते हुए झूमते
Read Moreआप लोग जानते ही हैं, कि ‘सतरंगी समाचार कुञ्ज’ में सात रंगों के समाचार हम लिखते हैं, शेष रंगों के
Read More”हांकने से पहले यह तो बताओ, कि जाना किधर है?” घोड़ागाड़ी के तीनों घोड़ों ने एक साथ कहा. ”मैं सारथि
Read More1.If you think positively, Sound becomes music, Movement becomes dance, Smile becomes laughter, Mind becomes meditation, And life becomes a
Read More”हमारा गंजापन क्यों बढ़ता जा रहा है?” गंज से शर्मिंदा पुरुषों ने मौसम से पूछा. ”हमारे बालों की चमक क्यों
Read Moreविरोध करेंगे, गतिरोध नहीं (लघुकथा) ”बहिनो और भाइयो, हमारे मन की आवाज है- छिड़ने दो न्याय के तारों को
Read Moreमन करता है जय भारत, जय-जय भारत मैं गाऊं, जय भारत, जय भारत गा, गणतंत्र दिवस मैं मनाऊं. उठते-बैठते, सोते-जागते
Read More