हमने भी सीखा- 13
मुक्तक सुथरे कान वाले ही सुन सकते हैं खामोशियों की आवाज वरना आजकल किसी के सुनने का रिवाज ही कहां
Read Moreमुक्तक सुथरे कान वाले ही सुन सकते हैं खामोशियों की आवाज वरना आजकल किसी के सुनने का रिवाज ही कहां
Read Moreमुक्तक तुमसे मुलाकात क्या हुई सपने में ही सही हम खुद को खो बैठे असल में ही. तुम्हें जानने
Read Moreहम जिस दुनिया में रहते हैं वह कितनी रंगबिरंगी है यह शायद हम पूरा-पूरा न जान पाएं, क्योंकि हमने तो
Read Moreमुक्तक आके तेरे दर बिना दीदार के लौट गए हमारा तो कुछ न बिगड़ेगा लोग तुम्हें बेवफा कहेंगे. सफर सफ़रमय
Read Moreमुक्तक दूर रहो या पास तेरे होने का ख्याल ही मन को राहत देता है. जीतने की ख्वाहिश बहुत है…
Read Moreमुक्तक मां की डिग्रियों पर मत जाना जनाब मन को पढ़ने की डिग्री हर मां के पास
Read Moreमुक्तक हमारा विश्वास है मां और आशा भी ‘मां’ प्यार शब्द की सबसे उत्तम परिभाषा है- ‘मां’ मां निर्मल
Read Moreपता नहीं यह सत्य है कि हमारा सपना, पर दशहरे के अगले दिन 16 अक्तूबर को सुबह-सुबह जब हमने ”अपना
Read Moreदो मुक्तक सबल बनना चाहो, तो खुद को सामर्थ्यवान समझो, वरना निर्बल बनने को कौन रोक सकता है! प्यार एक
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