विपदकाल में
मेरी परिभाषा में दोस्त वही है, जो सिर्फ विपदकाल में ही नहीं, बगैर काम के, बगैर नाम के अन्य दिवसों
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Read Moreहिंदी और मगही के कवि, उच्चस्तरीय रेखांकनकार तथा बिहार विधान परिषद के ईमानदार कर्मी श्री राकेश प्रियदर्शी एक प्रतिष्ठित नाम
Read Moreआदरणीय जी, सादर नमस्ते ! लेखन से आशय ‘असलियत’ बताना है और हमें संकीर्ण विचारों से ऊपर उठकर दकियानूसी व
Read More1. बिल्ली ‘पेट’ में अगर ‘चूहे’ के बदले ‘बिल्ली’ कूदे, तब क्या होगा ? 2. कविता कविता एक हो या
Read Moreपहली पुण्यतिथि पर डॉ. जगन्नाथ मिश्र याद आये । वर्ष 2019 में ‘जगन्नाथ’ चले गए, कई ‘मिश्रण’ सस्पेंस का छोड़
Read Moreजनता के राष्ट्रपति प्रणब दा भी हमें छोड़ चले गए। आमलोगों के पोलटू दा पश्चिम बंगाल के छोटे से गाँव
Read Moreकोई मनुष्य ‘शेर’ कैसे हो सकता है? शेर उसे कहते हैं, जो दूसरे का आहार यानी चारा नहीं छीने, लेकिन
Read Moreबहनों एवं भाइयों ! आप ही बताइए, अगर हम बेटे-बेटी को एकसमान समझते हैं, तो हम इसे अलग न मान
Read More“साहब ! सोच तो बदलने से रहा ! अगर सोच बदलने की प्रतीक्षा करते रहें, तो कोई देश कानून ही
Read Moreअमृता प्रीतम की चर्चित रचनाओं के संकलन:- उपन्यास:- डॉक्टर देव (1949) (हिन्दी, गुजराती, मलयालम और अंग्रेज़ी में अनूदित), पिंजर (1950)
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