खेमटा
बताव पिया कइसन राग मल्हार सुनाव पिया काइसन राग मल्हार॥ बिन बदरा सूनी बरशे बदरियाँ काली घटा घिरी आय संवरिया
Read Moreजीवन है एक कोरा कागज़ जिस पर सुनहरी कलम से लिखा सबसे पहला शब्द होता है लाजवाब, यह कोई कोरी
Read Moreये जो विदाई ले रहे होनहार है, भोले से चेहरे है इनके है ये बहुत गुस्सेदार है, खाने में भी
Read Moreलेखनी तो सरस्वती है, इसका अपमान न करें, सत्य लिखें सौम्य लिखे, अश्लीलता से दूर रहें, सच चाहे कड़वा भी
Read Moreचंद शेर आपके लिए एक। दर्द मुझसे मिलकर अब मुस्कराता है जब दर्द को दबा जानकार पिया मैंने दो. वक्त
Read Moreमत मारो इन बच्चियों को, माँ कहाँ से पाओगे । मत तोड़ो इन कलियों को, फूल कहाँ से लाओगे। •
Read Moreसेदोका 5/7/7/5/7/7 ^तरौना आस कृषक-धनि पूरे धनिया के व्यापार *धुड़ंगा तरु नव वस्त्र पहने वल्ली गले लगाये ^तरौना=कर्णफूल …. *धुड़ंगा
Read Moreक्रोध भयंकर, बहरा, गूंगा और विकलांग होता है, यह है मानो यमराज, एक प्रकार का क्षणिक पागलपन होता है, बुद्धि
Read Moreहोली ! हाँ कब की होली मैं तो तेरी पिया उस पल से जब तिरछी नजर से तुमने मुझे देखा
Read Moreधूप से बचने को खड़ा था एक बरगद की छाँव में घूम कर देखा तो खड़ा था विशाल पादप पाँव
Read More