नया ज़माना
“आज़ क्या खाना बनाने वाली नहीं आयेगी?” सासु माँ बहू विभा से पूछती हुई रसोई से बाहर आती हैं। “नहीं
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Read More“क्या सोच रही हो बेटा ; सारी परिस्थितियों पर गौर करने के बाद एकमात्र विकल्प अब तेरा विवाह ही बचा
Read Moreसंघर्ष भी खूबसूरत होता है, यह मुझे पता नहीं था. वह तो सपने में एक कलाकृति देखी, जिसमें बड़े-से कठोर
Read Moreसुधा तैयार होकर बेटे को लेकर घर से निकल कर जैसे ही थोड़ा आगे गयी तो, चबूतरे पर बैठी हुईं
Read Moreसुबह-सुबह मोबाइल पर सुप्रभात-संदेश देखते हुए शैफ जैसी टोपी लगाए महा आधुनिक-से दिखने वाले एक किशोर के चित्र ने मुग्धा
Read Moreमई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का फेशन चल रहा है। गांव में अकेली रहने वाली अपनी अम्मा
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