स्टैंडर्ड एक लघुकथा
‘नितिन, तुम पार्किंग में से गाड़ी लेकर बस स्टैंड के पास आओ, मैं वहीं पहुंचती हूं’ राधिका ने कहा। ‘ठीक
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Read Moreमोबाइल फोन पर हरेलाल गिड़गिडाये जा रहे थे | उनकी आँखों में आये आँसू और मुरझाये चेहरे, सूखे होठों से
Read Moreरीना नई बहू की जिद्द पर अपने परिवार के साथ मायके मिलने चली आई | सबसे आगे भागती सी डैडी
Read Moreरमेश के दूसरा बेटा और बहू नौकरी के साथ-साथ घर की जिम्मेदारी ईमानदारी से निभा रही थे | सास शीतला,
Read Moreरमेश की मां इन दिनों बहुत खुश है 55 साल की आयु में बेटे के यहाँ बच्चे होने की
Read Moreराष्ट्रीय मुस्कुराहट दिवस पर विशेष आज 15 जून राष्ट्रीय मुस्कुराहट दिवस है. आप लोग एक दूसरे को मुस्कुराहट दिवस की
Read Moreलाटरी लग गयी थी रानी की । एकदम खरा सौदा । कोई नीच काम भी नहीं था कि उसकी आत्मा
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