तेरी बिन्दी
“क्या हुआ निखिल? इतनी दूर से क्या इशारा कर रहे हो। कुछ समझ नहीं आ रहा है।” ऐसा कहकर नंदिनी
Read More“क्या हुआ निखिल? इतनी दूर से क्या इशारा कर रहे हो। कुछ समझ नहीं आ रहा है।” ऐसा कहकर नंदिनी
Read Moreनंदिनी बहुत लापरवाह हो तुम।क्यों ऐसा करती हो? तुम लापरवाह हो या तुम्हारे घर वाले, मुझे कुछ समझ नहीं आता।
Read Moreआज वैसे ही मैं चक्कर मरने निकला तो बस स्टॉप पर एक सुंदर कन्या को खड़े देख मैं रुक सा
Read Moreउस दिन हीरालाल ने आशा को गोद में क्या उठाया, लगा उसने पारसनाथ पहाड़ को ही उठा लिया है और
Read Moreदिन महीने साल देखते -देखते बीत गए। नीलिमा ने ग्रैजुएशन की पढ़ाई भी पूरी कर ली। मध्यम वर्गीय परिवार में
Read Moreइलेक्शन ड्यूटी का हौव्वा जिस प्रकार अस्पताल और अदालत एक आम आदमी कभी अपने शौक से नहीं, बल्कि मजबूरी में
Read Moreबनी बनाई चीजों को तोड़ना और फिर जोड़ के देखना, छोटे भाई के खिलौने को लेकर दूर भाग जाना, कभी
Read Moreजूते बाहर निकालकर मनीष अंदर आ गए। डाक्यूमेंट्स की फाइल मेज पर फेंककर पंखा ऑन किया। आषाढ़ की
Read More