ग़ज़ल
पीर को वेपीर होने दीजिए,चोट को गंभीर होने दीजिए। बांध कर क्यूं रखा है हुस्न को।बात दीये कश्मीर होने दीजिए।
Read Moreबहुत कुछ कहना चाहता है तुमसे मेरा दिल।मगर उसको हाले दिल कहना नहीं आता । एक शोर है दिल की
Read Moreसारी दुनियां घूम के आए भारत जैसा देश ना कोई।इस की माटी यह समझाए भारत जैसा देश ना कोई।जन्म मृन्यु
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