द्रुम दल मही सजाना है
धरणी का श्रंगार विटप हैं, द्रुम दल मही सजाना है।भू संरक्षण करना होगा जीवन अगर बचाना है। यही महीरुह लहरा
Read Moreधरणी का श्रंगार विटप हैं, द्रुम दल मही सजाना है।भू संरक्षण करना होगा जीवन अगर बचाना है। यही महीरुह लहरा
Read Moreहे आर्य पुत्र तुमने भारत का गौरव मान बढ़ाया है।सिंदूर की ताकत क्या होती नापाको को बतलाया है। सिंदूर मिटाने
Read Moreजय हिन्द,जय हिन्द की सेनाहमको कभी हल्के में न लेनाभारतीयता रग-रग में भरी हैहम हैं भारत की पराक्रमी सेना।। अत्यंत
Read Moreशर्म करो तुम छेद कर रहे,खाते हो जिस थाली में,क्या अंतर है तुममें और, उस कीड़ेवाली नाली में। कुत्ता भी
Read Moreहे मुनीर बस एक बार, तू वार हमारे ऊपर कर दे।बम,बारूद और तोपों की, धार हमारे ऊपर कर दे। जोह
Read Moreशब्द को ज्वाला बना कवि, गीत को अंगार कर।राष्ट्र के सब द्रोहियों पर लेखनी से वार कर।। शत्रु सीमा पार
Read Moreकरते नहीं, प्रेम का दावा, प्रेम प्रदर्शन नहीं होता है। प्रेमी वह जो करता अर्पण, प्रेम पात्र के हित जीता
Read Moreमाना अनेक बाधाएं हैं चट्टान तोड़ते बढे चलो।आतंकी सर जितने आएं,गर्दन मरोड़ते बढे चलो। जिन आतंकी मस्तिष्को में ख़ूनी विचार
Read Moreजय जय परशुराम प्रभु, धरम के दीप जलाओ,अन्याय के घोर अंधेरे में, फिर से ज्योति जगाओ।। कण-कण में करुण पुकार
Read Moreदुख से प्रीत लगी है ऐसी, पलभर दूर नहीं रह पाती ।रीत गए आँसू नयनों के, विरहानल तन- मन झुलसाती
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