दोहे
दोहे अपनी ही आलोचना, है मुक्ति प्राप्ति मार्ग गलती देखे और का, उनमे अभाव त्याग | अगर क्षमा ही श्रेष्ठ
Read Moreयाद हमेशा कीजिए, वीरों का बलिदान। सीमाओं पर देश की, देते जान जवान।। — उनकी शौर्य कहानियाँ, गाते धरती-व्योम। आजादी
Read Moreजग जननी हे माँ जगदंबे, नमन करूँ दर्शन अभिलाषी उन्नति प्रगति विकास विराजे, राक्षस मर्दिनी माँ कैलाशी कृपा करो मो
Read More1 ज्ञान ध्यान दे सुसंज्ञान दे, शक्ति-भक्ति का विधि-विधान दे. माया, साया संग निरोगी काया दे पर निरभिमान दे. वंश-वृद्धि
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