बचपन को बढने दो
कोई रोके ना, इन्हें उड़ने दो, इनके सपनों को सजने दो।। कुंठित ना हो बचपन इनका, बेखौफ समष्टि में बढ़ने
Read Moreकोई रोके ना, इन्हें उड़ने दो, इनके सपनों को सजने दो।। कुंठित ना हो बचपन इनका, बेखौफ समष्टि में बढ़ने
Read Moreवो वक्त था जब तुमहारी साँसो मे घड़कन सुनता था…… वो वक्त था जब तुमहारी बातो मे गजल सुनता था….
Read Moreजिसमें हों व्यञ्जन भरे, वही व्यञ्जना मीत। बन जाते हैं इन्हीं से, जीवन के कुछ गीत।। — दिल से निकले
Read Moreऑफिस ने कमाल कर डाला.. मेरे चाय पर ही चोट कर डाला… वो चाय नही चौपाल है.. होती घर घर
Read Moreखान-पान की कमी से, रोज बिमारी होय। खाना खाओं समय पर,रोग कभी ना होय।1। रात को सोना जल्दी,सुबह करो ना
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