जीवन पल पल यूं ही बीत रहा, आडंबर छोडिये।
जीवन पल पल यूं ही बीत रहा, आडंबर छोडिये। यदि जाना है भवपार, प्रभो से नाता जोडिये॥ मन मोह माया
Read Moreजीवन पल पल यूं ही बीत रहा, आडंबर छोडिये। यदि जाना है भवपार, प्रभो से नाता जोडिये॥ मन मोह माया
Read Moreतम को करो आलोक मां, मन ज्ञान की ज्तोति करो। मां शारदे वाणी को अमृत, शब्दो को मोती करो॥ मन
Read Moreतुम्हारा स्वागत है माँ तुम आओ सिंह की सवार बनकर रंगों की फुहार बनकर पुष्पों की बहार बनकर सुहागन का
Read Moreमेरी प्रकाशित पुस्तक ‘श्री हरि-भजनामृत” से नवरात्रों के लिए मैय्या-भजन आई नवरातों की वेला मैय्या आ जाओ
Read Moreतुम नहीं आओगे हाँ ! तुम नहीं आओगे अभी इन्तजार लंबा है , निरंतर तुम खुद को ही झुठलाओगे हाँ
Read Moreमेरी प्रकाशित पुस्तक ‘श्री हरि-भजनामृत” से बेटी के लिए भावगीत उठ जाग बिटिया माता की आशीष है, आशीष है, सद्बुद्धि
Read Moreमॉ शारदे मुझे ज्ञान दो अपने भक्तो को वरदान दो अपने वीणा की तान से रग -रग में ज्योत जला
Read Moreभावगीत है प्रेम से जग प्यारा, सुंदर है सुहाना है जिस ओर नज़र जाए, बस प्रेम-तराना है- बादल का सागर
Read Moreसरस्वती माँ के पावन पूजन पर्व “बसंत पंचमी ” पर माँ के चरणों में एक वन्दना : सरस्वती माता तुझे,
Read More