धर्म और राजनीति
धर्म और राजनीति ———————– जब धर्म और राजनीति आपस में मिल जाते हैं तब मानवता के आशियाने जलाये जाते हैं
Read Moreधर्म और राजनीति ———————– जब धर्म और राजनीति आपस में मिल जाते हैं तब मानवता के आशियाने जलाये जाते हैं
Read Moreवही अलबेला है मौसम वही बरसात की रातें ! हमारे भीगने से पहले भीगी – भीगी सब बातें !! तुम्हें
Read Moreयह मिट्टी का बना तेरा बदन भी यहीं हैं और यह पानी जैसी दुनिया भी यहीं है दोस्त भी यहीं
Read Moreना जाने वो … क्या मजबूरी थी , या जद्दोजहद थी , धन कमाने की , खुद को आजमाने की
Read Moreद्रुम की डालियाँ काले घुंघराले कुंतल है जलमाला का कलकल जल रसबिम्ब है जिसके झील-सी लोचन बहता शीतल झरना जिसके
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