भक्त
जप रहा था माला मंदिर में एक भक्त रात-दिन, हे राम, हे कृष्ण, हे शिव, सबका नाम गिन गिन। आया
Read Moreकहाँ गए वो आम बगीचे, वो बरगद की ऊँची शान | कहाँ गए मर्यादित नर-नारी, कहाँ गई मानुष पहचान ||
Read Moreदिल को अपने ही हाथों मजबूर होते देखा है। न चाहते हुए भी प्यार से दूर होते देखा है। न
Read Moreअंधकार को दूर भगाकर जग रोशन करना होगा। द्वेष, भावना, तमस हटाकर सब को गले लगाना होगा।। रामराज्य के स्वागत
Read Moreसुनो ना! क्या कहते हैं तुमसे मेरे सौभाग्य चिन्ह….. मेरे मांग का दमकता सिंदूर कुछ कहे है, क्या कहे है
Read Moreरुक न तू अकेला दौड़ता चल मंज़िल तुझको मिल जाएगी बस तू सपने देखता चल न गौर कर नाकामियों पर
Read Moreकितनी सुन्दर छटा निराली, प्रकृति में चारों ओर हरियाली । कलकल कर रही है नदियां झरने सुना रहे है मधुर
Read Moreगीत सावन में उमड़ता प्रेम का शुभ स्वप्न पलता चाँद सी तुम हँस रही हो शून्य उर में धँस रही
Read Moreपेड़ों से इस धरा को सजाएँ वातावरण स्वच्छ बनाये आओ पर्यावरण बचाएं सब मिल के पेड़ लगाएं प्रदूषित कर दिया
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