नाटिका – ‘वी मेक’
“नानू, हमें नए खिलौने दिलवाइए.” नाती अथर्व ने कार से उतरते ही दौड़कर अबीर जी से लिपटते हुए कहा. “दिलाएंगे
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Read Moreबहुत पुरानी बात है। एक वनांचल गाँव था पण्डेल। गाँव से ही बिल्कुल लगा हुआ
Read Moreसोनू की तीसरी पतंग काटते हुए राहुल जोर से चीखा काई पो चे , सोनू की मकर संक्रांति पर्व की
Read Moreछोटी-सी मुर्गी थी लाल, बतख सफेद थी खूब कमाल, चितकबरी बिल्ली शैतान, काला कुत्ता बड़ा बेईमान. चारों साथ-साथ रहते थे,
Read Moreगरम चाय का हूँ मैं प्याला। सर्दी दूर भगाने वाला।। डंडी थामे मुझे उठाते। होंठों से तब मुझे लगाते।। लाल
Read Moreखुशियां ले के आया साल ,चीकू मीठी हुए निहाल। मीठा सबने खाया खूब ,देखो भैया भर भर थाल। आया जाड़ा
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