अविस्मरणीय अनोखी भाई दूज
“दीदी, आज मेरे लिए क्या-क्या बनाया है?” सुबह-सुबह भाई का फोन आ गया.“तुम्हारी पसंद के गुलाबजामुन और भाभी की पसंद
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Read Moreकितना खूबसूरत और हैरानी का अद्भुत पल था बिस्वजीत के लिए मोबाइल पर “बेस्ट वर्ल्ड आर्टिस्ट ऑफ द ईयर” चयनित
Read Moreदीपावली करीब आ रही थी। राघव और उसके बच्चे घर की साफ सफाई में व्यस्त थे। राघव की पत्नी रीता
Read Moreयह सत्य है कि बीता हुआ समय कभी लौट कर नहीं आता।यह बात मुझे ही लगती है कि अतीत वर्तमान
Read Moreजोसेफ और लिंडा रातो को चाँद -तारों को निहारते ,और भविष्य के सपने संजोते इस तरह उनकी कल्पनायें शादी के लक्ष्य को
Read Moreपेईंग गेस्ट “अरे यार, जल्दी कर। साढ़े छह बज गए। लगता है कि आज फिर से क्लास लेट पहुंचेंगे।” रमेश
Read More“अरे! वर्मा जी, कहाँ जा रहे है? कहीं घूमने जा रहे हैं क्या?”“हाँ, ऐसा ही समझ लीजिए, भाई साहब!”“मतलब आप
Read More“आपके कितने बच्चे हैं भाई साहब ?” एक शख्स ने ट्रेन में अपनी बगल वाली सीट पर बैठे एक दूसरे
Read More“अरे आप बहुत जल्दी लौट आये सैर से।”पत्नी ने पूछा “उफ़! बाहर धुंध, धूल, धुँआ ने कालिमा पोत रखी है
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