होते नहीं, कभी पस्त हैं
चाह नहीं, चाहत नहीं। आह! नहीं, आहत नहीं। हाय और हैलो नहीं, अपना कोई फैलो नहीं। अपेक्षा नहीं, उपेक्षा नहीं।
Read Moreचाह नहीं, चाहत नहीं। आह! नहीं, आहत नहीं। हाय और हैलो नहीं, अपना कोई फैलो नहीं। अपेक्षा नहीं, उपेक्षा नहीं।
Read Moreहम सबकी आंखों में दिलों में में गहरा दर्द और संवेदना स्पष्ट दिखाई दे रही हैं। विमान हादसे जैसी घटनाएँ
Read Moreक्यों मन मलिन तेरा सखेयाद किसी की आई है?बैठे हो सरि के कूल परया दिखती परछाई है। क्योंअचंभित हो गए
Read Moreजीवन है एक यात्रा, बस चलते ही है जाना,आज है यहां तो न जाने कल कहां।कुछ सपने टूट जाएंगे, कुछ
Read Moreअहमदाबाद में एयर इंडिया ड्रीमलाइनर क्रेश,वो सैकड़ों जानें चली गई स्तब्ध रह गया देश।कुछ ही पल में ना जाने क्या-से-क्या
Read Moreआज जन-जन की आंखें नम हैशोक में डूबा धरा का हर कण हैअहमदाबाद की हवाई दुर्घटना सेसैंकड़ों घर उजड़े, व्यथित
Read Moreन जीते न हारे जिन्दगी जीते रहे।जिन्दगी के ईशारों पर नाचते रहे।। बीते कल की कहानी दुहराते रहे।आज की सुधि
Read Moreकिसको पता था नहीं पहुंचेंगेचले थे घर से मंजिल की ओरउड़ने से पहले ही गिर गयाकट गई एकदम जीवन की
Read Moreज़िंदगी तेरा कोई पता नहींकब आती हो औरकब चली जाती हो।लोग सोचते हैं शायदकिसी का कसूर होगामगर आती हो तोहज़ारो
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