ग़ज़ल
अभी मेरी किसी दिल में समाने की तमन्ना है।किसी पर प्यार अपना ही लुटाने की तमन्ना है।। मिले जो दर्द
Read Moreउम्र गुज़री है जिसकी सरमाई मेंमौत भी आए उसके परछाई में ! अक्सर हम सोचते हैं तन्हाई मेंतुम बस गए
Read Moreबरसों गुज़र चुके हैं मैंने तेरा चेहरा नहीं देखा,नींद तो आती है मगर ख़्वाब दुजा नहीं देखा।किनारे से अंदाज़ए तुफ़ां
Read Moreबे बात यूं ही मुस्कुराना छोड़ दीजिए नजरों से नजर को चुराना छोड़ दीजिए शम्मा जला के प्यार की यूं
Read Moreबारिश को अब आने दो।तपती गर्मी जाने दो॥ छोड़ो व्यर्थ पानी बहाना,जीवन को बच जाने दो॥ ये बादल भी कुछ
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