ग़ज़ल
है बहुत यार सरफिरी दुनिया।कौन कहता कि है सही दुनिया। कब किसी का ये साथ देती है,साथ किसकेभला चली दुनिया।
Read Moreमेरे दिल की गहराईयों में उतर गया तेरा चहरा।नज़्मों व ग़ज़लों की जान बन गया तेरा चहरा। ये तेरी रेशमी
Read Moreहम उन्हें चाहे वो भी हमें चाहें ज़रूरी तो नहीं।बाली है उमरज़ुबाने इश्क़ समझें ज़रूरी तो नहीं। दिल में रहती
Read Moreलगी दिल की मुझे जब से मिलाने आ रहा सावन।उठी है पीर यादों की ,जताने आ रहा सावन। पड़े झूले
Read Moreसंजोए अपने सपनों कि सेज को मैंने बिखरते देखा हैहाथ आई कलम मेरे, जिसे मैंने नित निखरते देखा है हम
Read Moreआँखों ही आँखों में रात देख लीकैसे बदल जाती है बात देख ली सामने से सामना होता नही है अबकैसे
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