धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

योगेश्वर एवं वेदर्षि दयानन्द

ओ३म् आर्यसमाज के संस्थापक ऋषि दयानन्द सरस्वती वेदों के उच्च कोटि के विद्वान एवं सिद्ध योगी थे। योग में सफलता,

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

अपने शरीर की रक्षा के लिए मनुष्य को हर समय सावधान रहना चाहिये

ओ३म् हमारा यह शरीर हमें परमात्मा से मिला है। यह शरीर हमारी आत्मा का साधन है। यह ऐसा साधन है

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

वैदिक विवाह का स्वरूप और आधुनिक विवाह परम्परा में धन का अपव्यय

ओ३म् संसार का सबसे प्राचीन धर्म व संस्कृति वैदिक धर्म है। संसार के सभी मनुष्यों का धर्म एक ही होता

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

डूबते सूरज की बिदाई नववर्ष का स्वागत कैसे

डूबते सूरज की बिदाई नववर्ष का स्वागत कैसे पेड़ अपनी जड़ों को खुद नहीं काटता, पतंग अपनी डोर को खुद

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

अग्निहोत्र यज्ञ व इससे होने वाले लाभों पर विचार

ओ३म् वैदिक धर्मी आर्यों के पांच दैनिक कर्तव्य हैं जिन्हें ऋषि दयानन्द जी ने भी पंचमहायज्ञ नाम से स्वीकार किया

Read More