“ईश्वर और सत्य”
जय श्रीकृष्ण:
Read Moreजय श्रीकृष्ण:
Read Moreहर व्यक्ति सफल होना चाहता है, शिखर चाहता है, परन्तु विवेक का प्रयोग नहीं करता . जीवन को सफल बनाने
Read Moreजीवन जीने के दो ही मार्ग हैं, प्रथम लोगों की बातों पर ध्यान न देकर अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहो
Read Moreजय श्रीकृष्ण: “धर्मशास्त्र और मानव” 21-01-2017 मनुस्मृति हिन्दू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण
Read Moreओ३म् देश में अनेक मत-मतान्तर, पंथ व सम्प्रदाय आदि हैं। आजकल इन सभी को धर्म की संज्ञा दी जाती है।
Read Moreजय श्रीकृष्ण: 18-01-2017 “ईश्वर पर भरोसा रखे”
Read Moreओ३म् सत्यार्थ प्रकाश के सप्तम् समुल्लास में ऋषि दयानन्द ने प्रश्न उपस्थित किया है कि जब परमेश्वर निराकार है तो
Read Moreओ३म् महर्षि दयानन्द जी ने ईश्वर का सम्यक् रीति से ध्यान करने के लिए इसकी सर्वोत्तम विधि पुस्तक रूप में
Read Moreओ३म् परमेश्वर का भली-भांति ध्यान करने को सन्ध्या कहते हैं। सन्ध्या करने का समय रात और दिन के संयोग समय
Read Moreओ३म् मनुष्य को मनुष्य इसके मननशील होने के कारण ही कहा जाता है। मनुष्य व पशु में अनेक समानतायें हैं।
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