भारत माता की जय!
हमारे धर्मशास्त्रों में मातृभूमि के महत्व पर व्यापक रूप से प्रकाश डाला गया है। वेद का कथन है- ‘माता भूमि: पुत्रो अहं पृथिव्या:’ अर्थात भूमि मेरी माता
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Read More(मदर टेरेसा को ईसाई समाज संत घोषित करने जा रहा है। इस High Profile अन्धविश्वास पर इस लेख के माध्यम
Read Moreओ३म् यदि किसी मनुष्य ने ईश्वर या सृष्टि आदि विषयों को जानना है तो उसे इन विषयों के जानकार विद्वान
Read Moreओ३म् –महर्षि दयानन्द की जन्मभूमि टंकारा का बौद्धिक प्रसाद- महर्षि दयानन्द की जन्मभूमि स्थित न्यास के परिसर में 6 से
Read Moreओ३म् –भाजपा सांसद स्वामी सुमेधानन्द का महर्षि दयानन्द जन्मभूमि टंकारा में उद्बोधन– महर्षि दयानन्द की जन्मभूमि गुजरात राज्य के मोरवी
Read Moreओ३म् मनुष्य के जीवन का मुख्य उद्देश्य सभी प्रकार के दुःखों से मुक्ति व मोक्ष की प्राप्ति है। मुक्ति व
Read Moreहरि अनंत हैं और सृष्टि अनंत हैं | इस अनंतता के वर्णन में कोई भी सक्षम नहीं है | परन्तु
Read Moreश्री श्री रविशंकर की आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था का ‘वर्ल्ड कल्चरल फेस्टिवल’ नाम से शुरू हुआ दिल्ली के यमुना तीर
Read Moreधार्मिक मान्यताओं के अनुसार रात्रि यानी अंधकार का वक्त बुरी शक्तियों या भावनाओं के हावी होने का समय होता है,
Read Moreओ३म् ऋषि बोधात्सव पर्व 7 मार्च पर महर्षि दयानन्द ने वेद प्रचार का मार्ग क्यों चुना? इसका उत्तर है कि
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