धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

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संसार में ईश्वर और धर्म एक हैं

ओ३म् क्या ईश्वर और धर्म आज भी प्रासंगिक हैं अथवा यह बातें मध्यकालीन अज्ञान व अन्धविश्वास पर आधारित हैं? संसार

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धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

क्या हमारा पहले एक व अनेक बार मोक्ष हुआ है?

ओ३म् मनुष्य योनि मोक्ष का द्वार है। मोक्ष दुःखों से सर्वथा निवृत्ति और जन्म-मरण के बन्धन से मुक्ति को कहते

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भजन सम्राट मेहता अमींचन्द जी के दो प्रसिद्ध भजन

ओ३म् हमारे एक लेख में आर्यसमाज की प्रथम पीढ़ी के गीतकार मेहता अमींचन्द जी का नाम आया था। लेख पर

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धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

हम सबको अपना जीवन बनाने का प्रयत्न करना हैः आचार्य विद्यादेव

ओ३म् वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में 21 दिवसीय चतुर्वेद परायण यज्ञ निर्विघ्न सम्पन्न वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में

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जिस दिन मनुष्य मनुष्य बन जायेगा उस दिन यह संसार सुख का धाम बन जायेगाः डा. महेश विद्यालंकार

ओ३म् –ऋषि दयानन्द जन्मभूमि टंकारा में ऋषि बोधोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम- इस वर्ष हमने महर्षि दयानन्द की जन्म भूमि टंकारा

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धर्म-संस्कृति-अध्यात्मब्लॉग/परिचर्चासामाजिक

भारत माता की जय!

हमारे धर्मशास्त्रों में मातृभूमि के महत्व पर व्यापक रूप से प्रकाश डाला गया है। वेद का कथन है- ‘माता भूमि: पुत्रो अहं पृथिव्या:’ अर्थात भूमि मेरी माता

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