आर्यों वा सभी मनुष्यों के यथार्थ आदर्श वेद प्रतिपादित ईश्वर और ऋषि दयानन्द
ओ३म् प्रत्येक बनी हुई व बनने वाली जड़-जन्तु सामग्री का काई न कोई उद्देश्य अवश्य होता है। यदि उद्देश्य न
Read Moreओ३म् प्रत्येक बनी हुई व बनने वाली जड़-जन्तु सामग्री का काई न कोई उद्देश्य अवश्य होता है। यदि उद्देश्य न
Read Moreऔर रामनवमी का त्योहार आस्था के साथ, श्रद्धापूर्ण, उल्लास के वातावरण में लगभग शांतिपूर्ण संपन्न हो गया. यह झाड़खंड वासियों
Read Moreभारतवर्ष पुरातन से ही रहस्यों और आश्चर्यों का देश रहा है। यहां पर हर प्रदेश समय समय पर बङे बङे उत्सवों
Read Moreमुगल शासनकाल के दौरान बादशाह औरंगजेब का आतंक बढ़ता ही जा रहा था। चारों और औरंगज़ेब की दमनकारी नीति के
Read Moreमुझे यह देखकर बहुत प्रसन्नता होती है कि आज सैकड़ों की संख्या में मेरे मित्रों और सम्बंधियों ने नव संवत्सर
Read Moreउज्जैन में सिंघस्थ कुम्भ का आयोजन होने जा रहा है। भेड़ की खाल में भेड़िये के रूप में ईसाई मिशनरी
Read Moreओ३म् मनुष्य जन्म व मरण धर्मा है परन्तु मनुष्य शरीर में निवास करने वाला जीवात्मा अजन्मा व अमर है। जीवात्मा
Read Moreओ३म् आज का युग विज्ञान का युग है। विज्ञान विशिष्ट ज्ञान को कहते हैं। विज्ञान ज्ञान की वह विधा है
Read Moreओ३म् क्या ईश्वर और धर्म आज भी प्रासंगिक हैं अथवा यह बातें मध्यकालीन अज्ञान व अन्धविश्वास पर आधारित हैं? संसार
Read Moreओ३म् मनुष्य योनि मोक्ष का द्वार है। मोक्ष दुःखों से सर्वथा निवृत्ति और जन्म-मरण के बन्धन से मुक्ति को कहते
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