“बेचैन चील,गिद्ध और कौवे – बटा शिक्षक” !!
देश के द्वितीय, किंतु अद्वितीय राष्ट्रपति डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस (5 सितम्बर) को प्रतिवर्ष ‘शिक्षक दिवस’ के रूप
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Read Moreओ३म् महाभारत युद्ध के समाप्त होने के बाद देश निरन्तर पतन की ओर अग्रसर होता रहा जिस कारण नाना
Read Moreहम सभी अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करते हैं। वास्तव में हमारा सारा जीवन ही समस्याओं से भरा होता
Read Moreमिश्री के समान मीठा , मखमल के समान मुलायम । रोली – कुमकुम के समान पावन । रेशम के समान
Read Moreओ३म् इतिहास में महर्षि दयानन्द पहले व्यक्ति हुए हैं जिन्होंने उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में जन्मना वर्ण-जाति व्यवस्था से ग्रस्त
Read More15 अगस्त ! वो तारीख जिसका इतिहास भारत का बच्चा बच्चा जानता है । क्या हुआ था ? क्यों मनाया
Read Moreमेरा पहला लेख आंतरिक प्रेरणा ने लेख को मजबूर किया । जैसा कि हम जानते हैं कि फ़िल्म जगत को
Read Moreस्व-जागृति : बीती सदियों में जब इंसान सार्थक ज्ञान के सन्निकट पहुँच जाता था तो वह संसारिक झंझावातों से दूर
Read Moreसहना क्यूँ कब तक बहना ? जब तक केवल वो बहु थी कुछ नहीं रही उसकी औकात न घर की
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