व्यंग्य – बिन मोबाइल सब सून
गत दिवस मेरा मोबाइल अचानक से बंद हो गया मैं सर्विस सेंटर लेकर गया, सर्विस सेंटर से पता चला कि
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Read Moreगजब है भाई इस देश की मीडिया ! हाँ ‘मीडिया’ को लेकर कन्फ्यूजियाइए मत, आज के जमाने में इसका दो
Read Moreकल मुंशी जी की चोरूमल और चोरीलाल से मुलाकात हो गई। बेचारे बड़े परेशान लग रहे थे। सूखकर कांटा हो
Read Moreधर्म-अर्थ-काम-मोक्ष को मानव जीवन के चार लक्ष्य माना गया है। मोक्ष प्राप्ति की कामना एक भारतीय के मन में तब
Read Moreआम आदमी कई दिनों से पानी की कमी से जूझ रहा था। जूझ ही नहीं रहा था बल्कि जुगाड़ भी
Read Moreदोपहर के दो बज चुके हैं। गली में खामोशी पसरी हुई है। केवल इक्का-दुक्का कुल्फी वाले भइयों की लारी के
Read Moreगालियाँ हमारी सांस्कृतिक विरासत है। यह ऐसी देव विद्या है जिसे जिज्ञासु, बिना किसी गुरुकुल, विद्यालय-विश्वविद्यालय में गए आत्म-प्रेरणा से
Read Moreहोश संभाला है तब से यही उपदेश और शिक्षा मिलती रही कि शरीफ बनो। पिता जी के अनुसार गाली देनेवाले
Read Moreशिक्षा में वो ताकत है जो पूरे देश बदल सकती है, लेकिन अफसोस हमारा शिक्षा मंत्रालय आज गहरी नींद में
Read Moreआजकल ‘मी टू’ का कहर किसी सुनामी से कम नहीं, जिसने हमारे जैसे किसी भी बेहद ही शरीफ और संवेदनशील
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