मुक्तक
“मुक्तक” बादल वर्षा ले गया, हर्षित लाली व्योम। रविकर की अद्भुत छटा, चिपका तन में रोम। हरियाली गदगद हुई, आयी
Read Moreकई प्रदेश हैं देश में हमारे। गुंथे हार में सुरभित सुमन प्यारे। विविध रूप-रंग, भाषा निराली , भारत के अंग
Read Moreसमय का पंछी उड़ता जाए दूर गगन में पंख फैलाए। हर आने-जाने वाले को ज्ञान संदेशा देता जाए। समझो समय
Read Moreआंखों में भरी आंसू को रोक ली लज्जा में डूबी वह अपने मुख को तोप ली चल पड़ी उठा कर
Read Moreमाँ,मैं अभी शादी नहीं करना चाहतीं।क्यों,बेटी अब तो तुम्हारी शिक्षा भी पूरी हो चुकी हैं?तुम्हारी उम्र भी तो निकल रही
Read Moreहे गजानन दीन बन्धू , नेह वर्षा कीजिए, पाप से कर मुक्त मुझको, पुण्य से भर दीजिए, मोह के बंधन
Read Moreगणेश चतुर्थी भारत देश में दस दिनों तक हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला प्रमुख त्यौहार है। हिंदू धर्म की मान्यता
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