आज का दौर
यह वह दौर है जहाँ सीधा सादा इंसान कहलाया जाये बेबकूफ और तेजतर्रार कहा जाये होशियार सीधे साधे को लिया
Read Moreवैश्विक स्तरपर सारी दुनियां की नजरे भारत के 23 जुलाई 2024 को पेश हुए बजट पर लगी हुई थी।मेरा मानना
Read Moreमां तेरी परछाई से,खुशियां मिलतीं हैं।इस कारण पर्यावरण सुरक्षित रखना,हमारा कर्तव्य है।जन-जन की आकांक्षाओं को पूरा करने में,हमें बढ़ने की
Read Moreहे मानव जग में तुँ है महानजग में मत बन तूँ नादानप्रेम बीज धरातल पे गिरानाप्रेम मोहब्बत की फसल उपजाना
Read Moreराम राज्य का अपना आदर्श थाजिसकी चर्चा करना व्यर्थ है,अच्छा होगा पहले रामजी के आदर्श काअपने जीवन में जो अनुराग
Read Moreवरिष्ठ शिक्षक/कवि/संपादक/छंद प्रणेता डा. ओम प्रकाश मिश्र ‘मधुब्रत’जी के काव्य संग्रह “मधुब्रत गुंजन” का प्रारंभ ही कवि के परिचय के
Read Moreघिर घिर बदरी छाई, अंबर से बरसे बूंदों की फुहार,मन भावन ऋतु बरखा लाई, सावन में अमृत की बहार,“आनंद” मग्न
Read Moreसांझ हो चली थी,अंधेरों की काली छाया धीरे-धीरे अपना पाँव पसार रही थी,पंछियाँ अपने घोसलों को लौट रही थीं। मंदिरों
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