अधूरी देह में लिपटी एक आत्मा
हाँ, मैं अधूरी देह में लिपटी एक आत्मा हूँ पर, तुम तो संपूर्ण काया रखकर भी अधूरे लगते हो मुझे
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Read Moreपीठ पर बढ़ती किताबों का बोझ, स्वयं को सर्वश्रेष्ठ बनाने की चिंता। सभी कलाओं में निपुणता की चाह, सफलता के
Read Moreभारतीय परंपराओं एवं शास्त्रों के अनुसार नवरात्र प्रतिवर्ष दो बार आते हैं ।चैत्र माह में आने वाली नवरात्रि को बासंतिक
Read Moreअभी-अभी गौरव भाई का एक सुविचार आया- ”ईश्वर कण-कण में विद्यमान है, यह तब तक प्रमाणित नहीं किया जा सकता,
Read Moreविनाश काले विपरीत बुद्धि इस कथनी का मारा हूँ । जानकी अपहरण करके मै खुद अब तक भी पछताता हूँ
Read Moreप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक सप्ताह की अमेरिका यात्रा पूर्ण हो चुकी है। अब देश के कूटनीतिक व आर्थिक विश्लेषक
Read Moreक्या हो गया मेरे भारत देश को किसकी नजर लग गई मेरे देश को मानव है मगर मानवता नहीं है
Read Moreमाँ दुर्गा तुम्हारी आरती मैं करूँ भक्ति के साथ चरणों में माथा धरें सबल,दुर्बल, दीन अनाथ। सुरों में सरगम सजा
Read Moreरूम नंबर-13 वाह! दिल्ली आए और रंगीला होटल में न जाएं तो क्या खाक दिल्ली आए? क्या मैनेजर साहब क्या
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