मयखाना
वो मयखाना था या दवाखाना, मैं कुछ भी समझ ही ना पाया। पता नही क्या था मय के प्याले
Read Moreशूल छाले और अनगिन ठोकरों के बाद भी मंजिलों पर हैं निगाहें मुश्किलों के बाद भी है करम मुझ पर
Read Moreआज सुबह सैर करते समय एक वृद्ध सज्जन को पगडंडी पर सैर करते देखा. उनको अकेले सैर करते देखकर मुझे
Read Moreपहली बारिश आ गई, लोग मचाते शोर। धरती तपती अब नहीं, लगे सुहानी भोर।। घुमड़ घुमड़ कर आ गए, फिर
Read Moreआलोक को शराब की बुरी लत लगी। माता-पिता ने उसे प्यार से समझाया, आदत छोड़ने के लिए। वो नहीं सुधरा
Read More