मेरा प्रियतम
न कभी बताता हर वक्त छुपाता छिप छिपके देखता जब नजर मिलते तब नजर झुकाता जब तुम अकेले हो तब
Read Moreन कभी बताता हर वक्त छुपाता छिप छिपके देखता जब नजर मिलते तब नजर झुकाता जब तुम अकेले हो तब
Read Moreमैँ धो देना चाहती हुँ अपने सारे गम रंजिश व तपिश बदन की ! उस शावर के नीचे और उस
Read Moreअगले दिन प्रातःकाल कृष्ण और सात्यकि नित्यकर्मों से निवृत्त हुए। फिर राजसभा में जाने के लिए तैयार होने लगे। वहां
Read Moreजपानी विधा में लिखी गई 17 अक्षर और 3 पंक्तियों की व्यापक अर्थ लिए कविता को ही हम चार
Read Moreरधिया ने चार आलू काटकर, दो प्याज की महीन फाँकें काटकर कराही में छौंक लगा दी और दूसरी तरफ चूल्हे
Read Moreवह हर शाम आती है अकेली और उदाससुनने मेरा कोलाहलकहने अपने मन की बात हम घंटों बतियाते हैं, पागलों की तरह
Read More१. आश्वासनों के गरजते बादलों की हो रही है बरसात चकोर की भांति निहार निहारकर टूट चुकी है आस भ्रष्टाचार
Read Moreकल रात दिल्ली आज तक पर खबर दिखाई जा रही थी जिसमे बच्चो की तस्करी के विषय में दिखाया जा
Read More